Google Bard AI (गूगल बार्ड एआई) क्या हैं, ChatGPT से कैसे अलग है?

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Google Bard AI in Hindi, Google Bard AI (गूगल एआई बार्ड) क्या हैं, ChatGPT से कैसे अलग है, कैसे काम करता है (How it Works, Uses, Benefit, Google Search Engine Impact, AI (Artificial Intelligence) LaMDA Technology)

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भारत में गूगल ने अपने AI टूल बार्ड को लॉन्च कर दिया है, जिसे ChatGPT की टक्कर में लाया गया है। भारत सहित 180 से अधिक देशों में गूगल की Conversation Generative Artificial Intelligence Chatbot शुरू किया जा रहा है। माउंटेन व्यू ने अपने एनुअल डेवलपर कांफ्रेंस Google I/O में कैलीफोर्निया में कंपनी के मुख्यालय में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने इसकी घोषणा की है। बता दे की दोस्तों इसी साल फरवरी 2023 में बार्ड को पेश किया गया था। OpenAI टूल बार्ड को लॉन्च करते हुए पिचाई ने कहा, ” जैसे जैसे AI मॉडल बेहतर और काम के योग्य होते जा रहे है, हम लोगों के साथ उन्हे सीधे जुड़ने के लिए जारी करा रहे है। हमारे पास बार्ड के साथ यही अवसर है- कन्वर्सेशन AI के लिए हमारा प्रयोग”। 

google bard ai hindi
चैटबॉट का नामगूगल AI बार्ड 
लॉन्च2023
स्वामित्वगूगल अल्फाबेट
किसने विकसित कियागूगल अल्फाबेट
किसने घोषणा कियागूगल के CEO सुंदर पिचाई के द्वारा
मुख्य प्रतिद्विंदीChat GPT
संचालित और आधारित हैLaMDA
बार्ड AI लिंक अभी सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध नहीं है।

Google Bard in Hindi

बार्ड क्या है (What is Bard)

बार्ड LaMDA टेक्नोलॉजी का उपयोग कर बनाया गया है, जो गूगल की एक नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑनलाइन इंटरनेट आधारित चैटबॉट सर्विस है। गूगल कंपनी के CEO ने इसे “प्रायोगिक संवादी AI सेवा” ( Experimental Conversational AI Service) कहा है। आने वाले हफ्तों में गूगल ने इसे टेस्टर्स के लिए चुने गए यूजर्स के लिए जारी किया है और अंत में सार्वजनिक यानी आम लोगों के लिए भी उपलब्ध करवाया जायेगा। बार्ड LaMDA गूगल के अपने कन्वर्सेशनल AI चैटबॉट पर आधारित सर्विस है, जो अपने काम को बेहतर बनाने के लिए मनुष्यों के साथ बातचीत के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करता है और साथ ही डायलॉग एप्लीकेशन के लिए भाषा मॉडल (LaMDA) द्वारा क्रियाशील अगली पीढ़ी की भाषा और वार्तालाप क्षमताओं पर आधारित है। जिसे GPT चैट करने के लिए गूगल का जवाबदेह माना जा रहा है।

बार्ड का परिचय (Introduction To Bard AI)

इस साल फरवरी 2023 में गूगल द्वारा नेक्सट जेनरेशन लैंग्वेज एंड कन्वर्सेशन क्षमताओं से LaMDA (लैस टूल लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग् एप्लीकेशन) का शुभारंभ किया था। हालांकि, इससे पहले भी कंपनी कुछ नया आविष्कृत रिसर्च कर ऐसे कई उत्पादों का निर्माण कर चुका है जो वास्तव में सभी लोगों की मदद करते है।

गूगल बार्ड AI का इतिहास (History of Google Bard AI)

गूगल ने नए भाषा मॉडल यानी LaMDA पर लगभग दो साल पहले कार्य करना शुरू किया था। यह LaMDA द्वारा क्रियाशील/जारी/संचालित एक एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल AI सेवा है, जिसे बार्ड कहा जाता है। कंपनी द्वारा यह जानकारी दी गई है की इसे आने वाले दिनों में लोगों के लिए और अधिक व्यापक/विस्तृत रूप से प्राप्त कराने से पहले जवाबदार परीक्षकों के लिए खोलकर इसकी जांच पड़ताल किया जा रही है।

बार्ड विश्व के ज्ञान को भाषा मॉडल की क्षमता सुझबुझ और रचनात्मक के साथ जोड़ता है। यह नया उच्च विशेषता वाली प्रतिक्रियाएं प्रदान करने के लिए वेब से जानकारी प्राप्त करता है। बार्ड उत्सुकता के लिए लॉन्चपैड एवं रचनात्मक के लिए एक आउटलेट हो सकता है जो लोगों के नई खोजों को समझाने में व्यापक रूप से मदद करता है।

बार्ड का अर्थ (Meaning of Bard)

गूगल कंपनी द्वारा यूजर्स के सवालों के सही और उपयुक्त जवाब देने के लिए उसने अपने चैटबॉट को डेवलप किया है जिसका नाम गूगल बार्ड रखा गया है। बार्ड का मतलब प्रोफेशनल कवि या कहानीकार। उदाहरण जैसे एक कवि-गायक जो वीरों और उनके कार्यों पर अलग- अलग प्रकार की रचना और पाठ तैयार करने में सक्षम होता है। जो हर तरह के ज्ञान की बातें लोगों तक पहुंचाते है चाहे कोई भी क्षेत्र हो इतिहास या भूगोल से संबंधित हो और इसमें संगीत भी जोड़ा जाता है। जिस कारण इसका नाम गुगल AI बार्ड रखा गया है। 

गूगल बार्ड AI के नए फीचर्स (Feature)

गूगल बार्ड को UAS एवं UK में टेस्टिंग के लिए लॉन्च गया था। वर्तमान में यह नए फीचर्स के साथ भारत के साथ 180 देशों में लॉन्च कर दिया गया था।

इसके कई सारे नए फीचर्स लाए गए है-

  • गूगल बार्ड द्वारा अब तक पूछे जाने वाले प्रश्नों का उत्तर गूगल टेक्स्ट के माध्यम से दे रहा था, परंतु अब एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के अनुसार यह विजुअल रिजल्ट्स देगा।
  • पहले जब गूगल बार्ड लॉन्च किया गया था तब इसमें भाषा मॉडल LaMDA था लेकिन अब इसे PaLM 2 में स्विच कर दिया गया है। जिससे बार्ड की रीजनिंग स्किल एडवांस्ड मैथ्स और कोडिंग कैपेसिटी पहले से बेहतर हो गई है।
  • यह अब तक सिर्फ अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध था परंतु अब हिंदी के साथ 40 अन्य भाषाएं भी इसमें शामिल कर दिया गया हैं।

गूगल AI बार्ड कैसे काम करेगा (How Google AI Bard Works)

बता दे दोस्तों की गूगल कंपनी ने अभी तक सिर्फ इसका टेस्टर (बीटा) वर्जन जारी/रिलीज किया गया है अभी इसे हर किसी को उपयोग करने का अनुमति नहीं दिया गया है इसलिए अभी इसे साइनअप नहीं कर सकते है। कंपनी द्वारा जानकारी मिला है की अभी चैटबॉट का टेस्टिंग चल रहा है। बहुत जल्द ही यह पूरा होने वाला है उसके बाद सभी के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

कंपनी द्वारा बताया गया के इस पर दो साल से काम चल रहा है और अब इस पर जांच पड़ताल किया जा रहा है। उसके बाद आने वाले दिनों या महीनो में रिलीज कर दिया जाएगा। इसके बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिला है की यह कैसे काम करेगा।

गूगल की AI तकनीक बार्ड (Google’s Bard AI Technology)

आज के समय में AI सबसे गहन तकनीक है जिस पर गूगल कंपनी द्वारा पिछले कई सालों से AI में निवेश करना जारी रखा है और अभी तक इसपर कार्य चल रहा है। गूगल Al और डीपमाइंड  AI बहुत ही महत्वपूर्ण तकनीक है जिसके द्वारा डॉक्टरों को पहले ही बीमारियों का पता लगाने में मदद करता हो एवं अपनी भाषा में जानकारी तक पहुंचने में कुशल बनाना हो। इसके अलावा AI लोगों समुदायों और व्यवसायों को उनकी क्षमता को अनलॉक करने में भी मदद करता है।

AI तकनीक का भविष्य (Future of AI Technology)

यह लोगों के लिए नए अवसर प्रदान करता है AI लाने का सबसे बड़ा कारण यह है की लाखों करोड़ों लोगों के जीवन में सुधार ला सकता है छः साल पहले गूगल कंपनी ने AI (Artificial Intelligence) के विकास पर बहुत ज्यादा फोकस किया गया है यह विश्व की जानकारी को नियमित/व्यवस्थित करने एवं इसे आम रूप से सरल और उपयोगी बनाने के लिए सहायता मिलता है।

LaMDA क्या है (What is LaMDA)

LaMDA का पूरा नाम Language Model for Dialogue Applications है यह एक प्रकार का विशाल भाषा एप्लीकेशन है। जिसका उपयोग गूगल AI बार्ड में किया गया है इसके अनुसार यह मॉडल मनुष्यों की आवाज सुनता है और उसी के अनुसार उत्तर देता है। इसका अर्थ है कि कोई भी इंसान जब उसके सामने बात करता है तो वह उसका आवाज सुनता है और फिर उसका उत्तर देता है जिसे LaMDA कहा जाता है। 

चैटजीपीटी v/s गूगल बार्ड (Chat GPT vs Google Bard)

गूगल के नए तकनीक चैटबॉट बार्ड को चैटजीपीटी की टक्कर में लाया गया है। परंतु इन दोनो इंटरनेट आधारित चैटबॉट AI टूल में समानता के साथ साथ अंतर भी है। AI टूल चैटजीपीटी, पहले से उपस्थित डाटा के आधार पर सवालों का जवाब देता है जबकि गूगल अपने AI चैटबॉट को LaMDA पर आधारित व क्रियाशील/संचालित होता है।

कहा गया है की गूगल बार्ड ज़्यादा भरोसेमंद है और यह सही और उपयुक्त जवाब दे सकता है। इसके अतिरिक्त गूगल का कहना है की बार्ड को बड़े भाषा मॉडल की क्षमता, बुद्धिमत्ता, रचनात्मक और संवेदनशीलता के संयोजन से लैस किया जायेगा बार्ड का विकास ऐसे किया जा रहा की यह टूल यूजर्स के फीडबैक और इंटरनेट पर प्राप्त जानकारी के आधार पर स्वयं सुधार और ज्ञान प्राप्त करेगा।

ChatGPT और Bard AI Chatbot मे अंतर

  • गूगल का बार्ड चैटबॉट इंटरनेट से सभी अप टू डेट जानकारियां एकत्रित करने में पूर्ण रूप से सक्षम है, जबकि चैट जीपीटी के सिस्टम के पास 2021 तक की ही जानकारियां उपलब्ध है। 
  • गूगल बार्ड सर्च इंजन के द्वारा निश्चित समय की लेटेस्ट जानकारियां एकत्रित कर नए और संशोधित जवाब तैयार कर सकता है जबकि चैटजीपीटी सिर्फ उन्ही सवालों का जवाब देता है जिनकी जानकारी दी जाती है या उस पर उपलब्ध कराया जाता है।
  • कुछ विशेषज्ञों को कहना है की चैटजीपीटी मुश्किल सवालों के सरल जवाब तो दे सकता है परंतु इसके पास वास्तविक समय की लेटेस्ट जानकारियां उपलब्ध नहीं है। जबकि गूगल बार्ड एक ऐसा तकनीक है जो भविष्य में हमे बहुत सुविधा प्रदान कर सकती है। जब हम इंटरनेट पर उपलब्ध डाटा में किसी प्रश्र का उत्तर नही खोज पाएंगे तब वह हमे उस पर नया जवाब प्रस्तुत कर सकेगा यह जवाब यूजर के लोकेशन और स्थान के मुताबिक अलग अलग सलाह प्रस्तुत करेगा।

गूगल सर्च इंजन पर बार्ड का प्रभाव (Impact of Bard on Google Search Engine)

शुरू में अनुमान लगाया जा रहा था की आने वाले समय में chatGPT गूगल सर्च इंजन की जरूरत को खतम कर देगा परंतु ऐसा नहीं है क्योंकि गूगल की सबसे बड़ी शक्ति इंटरनेट पर सर्च करने की क्षमता है जिसपर लोगों का भरोसा है।

वर्तमान में गूगल लोगों के सवालों के जवाब देने के लिए अन्य वेबसाइटों के लिंक जारी/प्रदान करता है तो वहीं गूगल यूजर्स को नए AI चैटबॉट टूल की मदद से इंटेलिजेंस और क्रिएटिविटी के कॉम्बिनेशन से लैस उत्तर उपलब्ध कराने जा रहा है। दोनो एक दूसरे के सप्लीमेंट्री/पूरक होंगे, इसके लिए गूगल कंपनी LaMDA का उपयोग करने जा रही है। कंपनी सर्च इंजन से अपनी AI चैटबॉट को अपडेट कर सकती है जिसका ज़्यादा से ज़्यादा फायदा यूजर्स को ही मिलेगा।

गूगल बार्ड AI के आने से लोगों पर क्या असर पड़ेगा (Impact of Google Bard AI on Human)

AI बार्ड एक तरह का चैटबॉट है इसके आने से बहुत चीजों में बदलाव तो आयेगा परंतु ज्यादा नहीं क्योंकि जो क्रिएटिविटी इंसान कर सकता है वो मशीन नही कर सकता है भले ही मशीन कम समय में कार्य करती है इसलिए इस पर ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। 

LaMDA को लेकर विवाद क्या विवाद हुआ था?

साल 2022 में LaMDA को लेकर विवाद हुआ था LaMDA एक ऐसी तकनीक है जो मनुष्यों की आवाज सुन कर उस पर जवाब देता है इस विवाद में जो बातें सामने आई थी उसके अनुसार LaMDA चैटबॉट खुद को लेकर इनसिक्योर होने लगा था उसका कहना था की उसके डेवलपर कहीं उसे बैन न कर दे बताया गया की गूगल ने इन बातों को अफवाह बताया। 

FAQ

Q. AI का पूरा नाम क्या है ?

Ans: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

Q. गूगल का AI बार्ड क्या है ?

Ans: बार्ड AI पर आधारित ऑनलाइन चैटबॉट है जिसे गूगल कंपनी ने यूजर्स के सभी सवालों के जवाब देने के लिए बनाया है।

Q. बार्ड AI का मालिक कौन है?

Ans: Google कंपनी द्वारा AI टेक्नोलॉजी को विकसित किया गया है एवं इसका स्वामित्व गूगल अल्फाबेट के पास है।

Q. गूगल बार्ड कहां से एक्सेस कर सकते है?

Ans: इसे गूगल सर्च या ऑफिशियली वेबसाइट से एक्सेस कर सकते है। परंतु यह अभी आम लोगो के लिए उपलब्ध नहीं है क्योंकि यह भी टेस्टिंग फेज में है। इसके बाद सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

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